Thursday, September 07, 2006

फ़ीरनी

फ़ीरनी

फ़ीरनी दूध और चावल के मिश्रण से तैयार की गई एक किस्म की खीर है। फ़रक केवल यह है कि इसमे चावल को पीस कर डाला जाता है जिस कारण इसका स्वरूप रबड़ी से अधिक मिलता है पर स्वाद खीर और रबड़ी दोनों से जुदा होता है। काश्मीरी विवाह में बारात की दावत में परम्परा के अनुसार फ़ीरनी ही परोसी जाती है। बर्फ की सिल्ली पर मिट्टी की चपनियों ( प्यालियों) में चांदी का वर्क लगी, बादाम-पिस्ता की हवाई(कतरन) से सजी, इलायची,जाफ़रान(केसर) और केवड़े से महकती ठन्डी फ़ीरनी को ज़ुबान पर रखते ही आत्मा तृप्त हो जाती है और दिमाग में केवल एक शब्द गूंजता है- अमृत-तुल्य या HEAVENLY.
हालांकि मिट्टी के बरतन में रखने से सोंधापन आता है पर कांच की कटोरी में रखी और फ्रिज में ठन्डी हुई फ़ीरनी भी काफी ज़ाएकेदार होती है।


सामग्री---

दूध- 1 लीटर फुल क्रीम
चावल- आधी कटोरी या 50ग्राम
चीनी-250 ग्राम या स्वादानुसार
छोटी इलायची- चार-पांच
केसर- दो तार या चुटकी भर
केवड़ा जल- आधा चम्मच
बादाम- 15-20
पिस्ता- 5-7
चांदी के वरक- दो

विधि-----

१.चावल को अच्छे से धो कर चार घन्टे तक पानी में भीगने दें ।
२.सिल पर या मिक्सी में डाल एक कनी रहने तक दरदरा पीस लें।
३.पिसे चावल में आधा कप पानी मिला कर घोल बना थोड़ा पतला कर लें।
४.दूध में छिलके समेत दो इलायची डाल भारी तले के बरतन में चढ़ा कर उबलने दें।
५.जब दूध लगभग तीन पाव रह जाए तो चावल के पतले घोल को हिला कर धीरे धीरे एक धार से दूध में डालें।
६.पिसा हुया चावल बहुत जल्दी तले में चिपकता है इसलिए लगातार दूध में कड़छी चलाते रहें।
७.गहरा होने पर चीनी डालें और पाँच मिनिट और पका कर गैस बंद कर दें।
८.ठंडा होने पर उसमें केसर,और इलायची पीस कर और केवड़ा डालें।
९.परोसने वाले पात्र में पलटें।
१०.चांदी का वरक लगा, बादाम और पिस्ते की कतरन ऊपर से बुरक दें।
११.फ्रिज में रख ठन्डा होने पर खाएं।

टिप्स---

१.बादाम और पिस्ते की हवाई (कतरन) काट कर बोतल में बंद कर फ्रिज मे कई दिन तक रखी जा सकती है।
२.बीस ग्राम छोटी इलायची के दानें और आधा ग्राम केसर मिला कर पीस कर बोतल में रख लें। इस्तेमाल में आसानी रहेगी।
३.दूध औटाते वक्त बरतन में कड़छी डालने से दूध की उबल कर गिरने की संभावना कम हो जाती है।
४.कन्डेंसड दूध मिलाने से दूध कम गहरा करना पड़ता है।
५. रुपहले कटोरे में पलट कर सुनहरे चम्मच से फ़ीरनी परोसने पर शाही अन्दाज़ का गुमान होता है।

2 comments:

Udan Tashtari said...

लगता तो है कि बन जायेगी. अब बना कर देखूँगा. :)

Unknown said...

ratna ji kitni baar firni khilayengi , diabetes hi ho jayegi, jaara kachori ki bhi recipe likhiye